प्राचीन पाटलिपुत्र कथा
पटना में पटना साहिब मार्ग पर स्थित कुम्ह्रार में आप प्राचीन पाटलिपुत्र की झलक देख सकते है . वह भारतीय पुरातत्व संग्रहालय के द्वारा प्रदर्शनी हाल का निर्माण करवाया गया है , इनता ही नहीं एक पूरा ग्राउंड ही बना है . पर बेहतर रख रखाव के करा कई चीज का क्षर हो रहा है , खुदाई में मिले सामग्री के बारे में पूरी जानकारी देने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है . अगर लोगों के जानकारी लेने है न तो वह खुद से पढ़ कर समझ सकते है . प्राचीन पाटलिपुत्र के बारे में प्राचीन साहित्य में पाटलिपुत्र के लिए पाटलिग्राम, पाटलिपुर,कुसुमपुर,पुष्पपुर एवं कुसुमध्वज इत्यादि नाम का उल्लेख किया गया है .छठी शताब्दी ई.पू. में यह एक छोटे से ग्राम के रूप में था ,जहाँ अपने निर्वाण से पूर्व भगवान बुद्ध ने एक निर्माणाधीन अवस्था में देखा था . इसका निर्माण मगध नरेश अजातशत्रु के आदेशानुसार वैशाली के लिच्छवी गणराज्य से मगध की सुरक्षा के लिए करवाया गया था . सामरिक दृष्टिकोण से इसकी भौगोलिक स्थिति से प्रवावित से प्रभावित होकर अजातशत्रु के पुत्र के उद्यन ने 5 वीं शताब्दी ई.पू. के मध्य मगध की राजधानी राजगृह से पाटलि...